रिपोर्टर -आशीष कसौधन
उतरौला( बलरामपुर)रेहरा बाजार विकास खंड के नेवादा के ग्रामीणों ने तहसील परिसर में एक दिवसीय सांकेतिक आमरण अनशन किया। ग्रामीणों ने कई गंभीर मुद्दों को लेकर अपनी आवाज उठाई।
ग्रामीणों का आरोप है कि दारूल उमूल अहले सुन्नत अताउल उलूम घुसवा इटईरामपुर मदरसा फर्जी तरीके से संचालित हो रहा है। साथ ही नेवादा में राशन विक्रेता कुतबुल्लाह पर श्रम कार्ड और गरीबी रेखा कार्ड में धोखाधड़ी का आरोप है। उन पर राशन की कालाबाजारी का भी आरोप लगा है।
भूमि संबंधी विवाद में तौकीर अहमद और सईद अहमद पर अतिक्रमण के गंभीर आरोप हैं। इन्होंने नेवादा की अतिरिक्त सीलिंग भूमि को इटईअब्दुल्लाह में दर्ज करा लिया और वहां के सागौन के पेड़ काटकर बेच दिए। विशम्भरपुर में 20-22 बीघा तालाब की जमीन पर भी इन्होंने कब्जा कर लिया है।
आवास योजना में भी गड़बड़ी सामने आई है। 2015 से 2023 के बीच 29 आवास लाभार्थियों ने अपनी निजी भूमि पर मकान न बनाकर प्रधान और उनके सहयोगियों की जमीन पर बना लिया। 2007-08 में भी आवंटित आवास प्रधान की भूमि पर बनाए गए।
ग्रामीणों ने इन सभी मामलों की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने ग्राम पंचायत की 20 बीघा जमीन से अवैध कब्जा हटाने की भी मांग की है।
