
रिपोर्टर – बिन्नदेश्वरी पाण्डेय
अवैध नर्सिंग होम का संचालक हुआ
गिरफ्तार। पुलिस ने भेजा जेल।
पचपेड़वा (बलरामपुर ) थाना पचपेड़वा के जूड़ीकुइंया स्थित मिशा हेल्थ केयर सेंटर के खिलाफ प्राप्त तहरीर के आधार पर पुलिस ने मीशा हेल्थ केयर सेंटर का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बिना किसी पंजीकरण के नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा था। और बिना किसी मानक के उक्त नर्सिंग होम में गर्भवती महिलाओं का प्रसव हेतु आपरेशन भी किया जा रहा था । मौके पर रहीमुननिशा पत्नी अब्दुल वदूद ग्राम लौकहवा थाना पचपेडवा जनपद बलरामपुर के आपरेशन के पश्चात रहीमुननिशा और बच्चे की मृत्यु हो गयी इसके पश्चात मीशा नर्सिंग होम से डा0 कृष्ण मोहन चौधरी और पूनम चौधरी मौके पर मृतक जच्चा-बच्चा को छोडकर फरार हो गये। जिसके सम्बन्ध में थाना पचपेड़वा पर मु0अ0सं0 151/2025 धारा 105/352/351(3) बीएनएस व 34(1),34(2) राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम 2019 पंजीकृत कर विवेचना शुरु किया गया था। थाना पचपेड़वा की पुलिस के अनुसार वांछित अभियुक्त डा0 कृष्ण मोहन चौधरी पुत्र राम अचल चौधरी निवासी ग्राम जिगना बसहवा मशमूले सकलदा थाना पचपेड़वा जनपद बलरामपुर को भाथर पुल के पास से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करते हुए जेल रवाना कर दिया है। पुलिस के द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त कृष्ण मोहन चौधरी ने अपराध को स्वीकार करते हुए बताया कि मैं और मेरी पत्नी पूनम चौधरी पेशे से डॉक्टर है। तथा बीयूएमएस की डिग्री धारक हैं। हम दोनो मिलकर बिना रजिस्ट्रेशन का जुडीकुईया चौराहे के पास मिशा हेल्थ केयर सेंटर के नाम से नर्सिंग होम चला रहे हैं। जहां पर मरीजो का दवा इलाज करते हैं। गर्भवती महिलाओं को बाहर से डॉक्टर बुलाकर साथ में मिलकर प्रसव भी कराते हैं। बीते 27 जुलाई को रहिमुनिशा पत्नी अब्दुल बदूद निवासी ग्राम धवाई थाना पचपेड़वा जनपद बलरामपुर को प्रसव हेतु लाया गया था। काफी प्रयास के बाद भी नार्मल प्रसव नहीं हो सका। आपरेशन से डिलीवरी कराने के दौरान रहिमुनिशा का काफी रक्तस्राव होने लगा ऑपरेशन थिएटर में सुविधा एवं उपकरणों तथा दवाओं की कमी के कारण रक्तस्राव को रोक नहीं सके जिसके फलस्वरूप रहीमुन्निशा तथा उसके बच्चे को बचा नहीं सके। ऑपरेशन थिएटर में ही हम लोगों के लापरवाही के कारण दोनों की मौत हो गई तो हम लोग धीरे-धीरे एक-एक करके अस्पताल छोड़कर फरार हो गए थे। बहरहाल पुलिस ने इस मामले पर अभी तक केवल नर्सिंग होम संचालक को ही गिरफ्तार करने में सफलता पायी है जबकि इसमें शामिल अन्य अभियुक्त अभी भी पुलिस के पहुंच से दूर हैं। देखने वाली बात यह है कि अन्य लोगों को पुलिस कब तक गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने में सफल होती हैं।