बिजनौर को गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए व्यापारियों ने किया एक दिवसीय भूख हड़ताल।
मुख्यमंत्री योगी को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।
व्यापारियों की चेतावनी,मांगे न मानने पर लखनऊ तक किया जायेगा बड़ा जन आंदोलन ।
व्यापारियों का आरोप, यहां के जनप्रतिनिधि हो चुके हैं गूंगे बहरे।

बिजनौर -गंगा एक्सप्रेसवे को बिजनौर जिले से जोड़ने की मांग को लेकर आज व्यापारी एकता परिषद के लोगो ने कलेक्ट्रेट में एक दिवसीय भूख हड़ताल करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। संगठन के सात पदाधिकारियों ने एक दिन का भूख हड़ताल करते हुए मांग किया है कि एक्सप्रेसवे का विस्तार बिजनौर से होकर हरिद्वार तक किया जाए ताकि जिले का चहुंमुखी विकास हो सके।
व्यापारी एकता परिषद के तत्वावधान में आयोजित इस अनशन में प्रदेश अध्यक्ष राहुल वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष शमशाद अहमद अंसारी, जिलाध्यक्ष मानव शर्मा, जिला मंत्री हितेंद्र खरबंदा, जिला उपाध्यक्ष राजीव कुमार, नईम अहमद अंसारी और नगर अध्यक्ष मुस्तकीम अहमद आदि शामिल थे।
पदाधिकारियों ने बताया कि बिजनौर महात्मा विदुर की पावन धरा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा किया था कि प्रयागराज से मेरठ तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे को बिजनौर से हरिद्वार तक जोड़ा जाएगा। इसलिए प्रदर्शनकारियों की मांग है कि एक्सप्रेसवे का विस्तार अमरोहा के तिगरी घाट से होते हुए बिजनौर के विदुर कुटी बैराज, बालावाली, नांगल सोती से हरिद्वार तक किया जाए।
संगठन का मानना है कि इस विस्तार से बिजनौर में किसानों, व्यापारियों, मजदूरों और अन्य सभी वर्गों का विकास होगा। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे आगे भी अनशन और प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी बात न बनने पर जिले के अन्य संगठनों के साथ लखनऊ कूच किया जाएगा। इन लोगों का ज्ञापन लेने के लिए तहसीलदार सदर आशीष सक्सेना कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन लेते हुए उन्होंने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि उनके इस मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया जायेगा।



