रिपोर्टर -बिन्देश्वरी पाण्डेय

पचपेड़वा ( बलरामपुर )देश की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित 50वीं वाहिनी एस एस बी जवानों को भौंरीसाल स्थित कैंप में जाकर सेवा समर्पण संस्थान से जुड़ी थारू जनजाति की महिलाओं और बेटियों ने राखी बांध कर पूरे देश की सुरक्षा के साथ खुद के रक्षा करने का बचन लेने के साथ ही उन जवानों को भी भाई बहन के प्यार और महिलाओं की रक्षा का प्रतीक रक्षाबंधन के इस पावन और पवित्र त्योहार की कमी को खलने नहीं दिया कि राखी बांधने के अभाव में उनकी कलाई सूनी रह जायें। भौंरीसाल सहित आसपास के क्षेत्रों से तमाम थारू जनजाति की बहन बेटियों ने कठिन रास्तों जंगल और नदी नालों को पार करते एस एस बी जवानों के कैंप में पहुंच कर उन्हें मिठाइयां खिलाते हुए उनके कलाइयों पर राखी बांधकर भाई-बहन के अटूट प्रेम और उनकी रक्षा के इस त्योहार को जीवंत बना दिया।

इतने पिछड़े क्षेत्र होने के बावजूद बड़ी संख्या में राखी चंदन और मिष्ठान के साथ पहुंची बहनों को देखकर एस एस बी के जवान भी खुशी से झूम उठे। यह परम्परा, भावनात्मक रिश्ता और संस्कार हमारे देश भारत में ही संभव है अन्य कहीं दुनिया के किसी कोने में ऐसी बानगी देखने को नहीं मिलता है। यहां की संस्कृति, सभ्यता, संस्कार की यूं ही नहीं पूरी दुनिया में चर्चा होती है यहां के संस्कार और सभ्यताएं ही भारत को महान देश होने का डंका पूरी दुनिया में बजाती है। इस मौके पर भौंरीसाल कैंप में एसआई सरवन भाई दोहट, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल एएसआई बबलू बसोनिया, अर्जुन लाल ,घनश्याम सिंह, अश्वनी कुमार ,पुनवासी,बलराम दास तथा अन्य एसएसबी के जवान उपस्थित रहे ।

सेवा समर्पण संस्थान के जिला मंत्री डॉ मदन लाल थारु ,खेलकूद प्रमुख सहदेव,जिला मीडिया प्रभारी आलोक कुमार तथा अन्य लोगों के साथ रक्षाबंधन बांधने के लिए आई आरती , रागिनी हिमांशी ,कल्पना ,विनीता, प्रतिभा ,लक्ष्मी, तथा अन्य तमाम बहनों ने जवानों को राखी बांधकर भाई बहन के इस अटूट प्यार को जीवंत बनाते हुए जवानों के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ ढेर सारा आशीर्वाद देकर उनके हौसले को आफजाई किया।