रिपोर्टर -बिन्देश्वरी पाण्डेय

(बलरामपुर ) थाना कोतवाली गैसड़ी क्षेत्र में कृषि योग्य जमीनों पर अवैध मिट्टी खनन का खेल बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। लेकिन ऐसा लगता है कि जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी आंख और कान बंद कर अपनी मूक सहमति इन अवैध खनन करने वालों को प्रदान कर चुके हैं जिसके कारण बेखौफ होकर यह खनन माफिया दिन रात अवैध खनन कर मोटी कमाई करते हुए कृषि की जमीनों को गहरे गड्ढे में तब्दील करते हुए धरती का स्वरूप बदलने में लगे हुए हैं।

ताजा मामला गैसड़ी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत ठकुरापुर का है जहां पर ट्रैक्टर मालिक सुरेश यादव अपने ट्रैक्टर के साथ दर्जनों मजदूरों को लेकर दिन रात अवैध मिट्टी खनन में लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि सुरेश यादव जो हमेशा अवैध मिट्टी खनन कर काली कमाई करने में ही लगा रहता है वह गांव के ही फजलुर्रहमान की जमीन से अवैध मिट्टी का खनन करते हुए मुन्नू खां के घर पर ले जाकर गिरा रहा है।

जिसमें अधिकारियों की भी मिलीभगत रहा करती है। हमारे संवाददाता ने मौके पर जाकर देखा तो अवैध खनन कर लगभग 4 से 5 फुट की गहराई तक मिट्टी निकाला जा चुका है जिसके कारण कृषि योग्य जमीन पर गहरा गड्ढा हो गया है जिसमें से सैकड़ों ट्राली मिट्टी निकालना मौके पर दिखाई दे रहा है। इस सम्बन्ध में हमने बलरामपुर खनन अधिकारी जब बात किया तो उन्होंने कहा था कि तत्काल उसकी जांच कराकर कार्यवाही सुनिश्चित करायेंगे। लेकिन 3 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया। आज जब एक बार पुनः खनन अधिकारी से इस सम्बन्ध में बात किया गया तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना अंदाज में कहा कि हमने आप से जीपीएस लोकेशन मांगा था जिसे आपने नहीं दिया फिर कैसे और कहां कार्यवाही किया जाये। तो सवाल यह उठता है कि क्या मीडियाकर्मी पत्रकारिता छोड़कर खनन अधिकारी के साथ मुखबिर के रूप में कार्य करें। जब कि इन्हें मैसेज के जरिए हर तरह से लोकेशन भी दे दिया गया था। लेकिन कार्यवाही करने के बजाय यह महोदय पत्रकारों को ही गुमराह करने लगे। जिससे साफ जाहिर होता है कि इन खनन माफियाओं से जिले के खनन अधिकारी की गहरी सांठगांठ है और अवैध खनन से होने वाली काली कमाई का हिस्सा इनके जेब तक पहुंच रहा हो जिससे इन खनन माफियाओं के ऊपर कार्यवाही करने में इनके हाथ कांप रहे हो। बहरहाल सच्चाई जो भी हो लेकिन अभी तक इस मामले में इन्होंने अपने जिम्मेदारियों का निर्वाह नहीं किया है। लेकिन एक बार फिर से खनन अधिकारी महोदय ने जांच और कार्यवाही की बात कहा है देखना होगा कि क्या इस बार मीडिया से किये गये अपने जांच और कार्यवाही के वादे पर खरे उतरेंगे। अन्यथा यह मान लिया जायेगा कि खनन अधिकारी के संरक्षण में ही यह अवैध मिट्टी खनन का खेल चल रहा है।



